उनदिनों की यादे
उन दिनों की यादे बिन तेरे जिन्दगी अधूरी लगती है न दिन कटते है न नीद पूरी होती है रातों को सताना जो बंद किया तुमने सांसो की गिनती अब उलटी लगती है न जाने किस हल में होगी तू न जाने किश ख्याल में होगी तू गर एक खबर तेरी हमे मिल जाये तो जीने का एक आस हमे मिल जाय तेरी यद् तो आती है हमे जलन ...